What Does Shiv chaisa Mean?
What Does Shiv chaisa Mean?
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हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। more info छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥